प्रदेश के अभियंतण्रसेवा में स्वीकृत पदों के सापेक्ष लगभग 1500 डिग्रीधारी अभियंताओं के पद रिक्त हैं। यह बात शुक्रवार को यूपीईए के महासचिव इं. सुरजीत सिंह निरंजन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे पत्र में कही। उन्होंने प्रदेश के योगी आदित्यनाथ से अभियंतण्रसेवा में रिक्त पदों को शीघ्र भरे जाने की मांग की। उत्तर प्रदेश इंजीनियर्स एसोसिएशन के महासचिव श्री निरंजन ने बताया कि प्रदेश की वर्तमान सरकार प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त व बीमारू प्रदेश से निकालकर विकसित प्रदेश बनाना चाहती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए अभियंतण्रविभागों में संवर्ग का उत्तरदायित्व है, परन्तु खेद का विषय है कि वर्तमान में प्रदेश के अधिकांश अभियंतण्रविभागों में सीधी भर्ती (डिग्रीधारी) सहायक अभियंताओं के अधिकांश पद रिक्त हैं। सीधी भर्ती (डिग्रीधारी) के सहायक अभियंताओं के पदों पर भर्ती उप्र लोक सेवा आयोग द्वारा की जाती है। इस प्रक्रिया में प्रदेश शासन के सम्बन्धित विभाग द्वारा उप्र लोक सेवा आयोग को रिक्तियां प्रेषित करने के उपरान्त भर्ती प्रक्रिया में दो वर्ष का समय लग जाता है।
उन्होंने कहा कि सीएम के निर्देश हैं कि समस्त विभागों में सीधीभर्ती के रिक्त पदों को जल्द भरा जाए, ताकि युवाओं को रोजगार की समस्या हल हो सके।उन्होंने बताया कि वर्तमान में लोक निर्माण विभाग में सीधीभर्ती के सहायक अभियंता (डिग्रीधारी) के 612 पदों के सापेक्ष 257 पद रिक्त हैं एवं सहायक अभियंता (डिग्रीधारी) विद्युत/यांत्रिक के 72 पदों में 60 खाली हैं। सिंचाई विभाग में सीधीभर्ती के सहायक अभियंता (सिविल) के 794 पदों में से 685 पद रिक्त हैं। सिंचाई यांत्रिक विभाग में सीधी भर्ती के सहायक अभियंता के 275 पदों के सापेक्ष 192 पद रिक्त हैं।
ग्रामीण अभियंतण्रविभाग में सीधीभर्ती के सहायक अभियंता (सिविल) के 192 पदों के सापेक्ष 119 पद खालीहैं। भूगर्भ जल विभाग में सीधीभर्ती के सहायक अभियंता (सिविल) के 32 पदों में 25 रिक्त हैं। इस प्रकार अन्य विभागों में भी सीधीभर्ती के सहायक अभियंता के पद 50 प्रतिशत से अधिक रिक्तचल रहे हैं। उप्र इंजीनियर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि सूबे के विकास में समस्त अभियंतण्रविभागों में सीधीभर्ती के रिक्त पदों को भर्ती जल्द करायी जाए.
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