सपा सरकार के कार्यकाल के दौरान हुए जल निगम भर्ती घोटाले में दोषियों पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी में राज्य सरकार , भर्ती के समय रहे दोषी अधिकारियों पर गिर सकती है गाज , क्लिक करे और पढ़े पूरी खबर
राज्य सरकार समाजवादी सरकार में जल निगम में 1300 पदों पर भर्ती धांधली के मामले में बड़ी कार्रवाई जल्द कर सकती है। भर्ती के समय रहे दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है। इसके अलावा अन्य बड़ी कार्रवाई की भी तैयारी है। नगर विकास विभाग ने इस संबंध में जल निगम से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है।.
समाजवादी सरकार में जल निगम में 1300 पदों पर भर्तियां हुई थीं। इसमें सहायक अभियंता के 122, अवर अभियंता के 853 और नैत्यिक लिपिक के 325 पदों पर भर्तियों के लिए विज्ञापन निकालते हुए प्रक्रिया शुरू की गई। सहायक अभियंता और अवर अभियंता के पदों पर भर्तियां हुई।.
नैत्यिक लिपिक की भर्ती प्रक्रिया पूरी हो पाती इससे पहले विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी हो गई और भाजपा सरकार बनते ही धांधली की शिकायतों के आधार पर इसे रोक दिया गया।.
प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद नगर विकास विभाग ने इस संबंध में जल निगम के प्रबंध निदेशक से जून 2017 में पूरे मामले की जानकारी मांगी। इसके बाद जल निगम के तत्कालीन एमडी ने गृह विभाग को पत्र लिखते हुए भर्ती की जांच विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) से अनुरोध किया। इसके आधार पर जुलाई 2017 में जल निगम भर्ती धांधली की एसआईटी ने जांच शुरू की। जांच के दौरान हाईकोर्ट के आदेश पर नियुक्ति पाने वाले सहायक अभियंताओं की सेवाएं समाप्त कर दी गईं।.
सूत्रों का कहना है कि एसआईटी को जांच में धांधली के पुख्ता सुबूत मिले हैं। इसके आधार पर पूर्व नगर विकास मंत्री मो. आजम खां समेत पांच अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। सूत्रों का कहना है कि पिछले दिनों शासन में उच्चाधिकारियों की बैठक में जल निगम भर्ती संबंधी मामले का परीक्षण किया गया। इसमें पाया गया कि भर्ती धांधली में कई अधिकारी ऐसे हैं, जो अभी महत्वपूर्ण पदों पर तैनात हैं। जल निगम से इस संबंध में पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही इस मामले में कई के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। .
No comments:
Post a Comment